भारतीय नामांकन प्राधिकृति ऑथॉरिटी (UIDAI) ने आधार कार्ड बनवाने के नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। अब, जिन लोगों की उंगलियों की नकारात्मक स्थिति है, उन्हें आईरिस स्कैन के माध्यम से आधार नामांकन करने का अधिकार है।
आधार कार्ड का महत्व बढ़ा:
आधार कार्ड अब सिर्फ व्यक्ति की पहचान का ही नहीं, बल्कि उन्हें वित्तीय संदेशों से लेकर सरकारी योजनाओं तक का लाभ उठाने के लिए आवश्यक है।
IRIS Scan से बनेगा आधार:
यह बदलाव सरकार ने किया है ताकि शारीरिक रूप से असमर्थ व्यक्तियों को आधार कार्ड बनवाना आसान हो। अब, उंगलियों की अनुपस्थिति में आंखों के स्कैन के जरिए भी आधार बनाया जा सकता है।
क्यों हुआ बदलाव:
इस बदलाव का कारण है केरल में एक महिला, जोसीमोल पी जोस, ने अपने हाथों की असमर्थता के कारण आधार नामांकन में समस्या का सामना किया। इस मामले ने UIDAI को ये तात्पर्यक समझाया कि फिंगरप्रिंट की अनिवार्यता को समाप्त करना आवश्यक है।
इस नए नियम के बाद, लाखों लोगों को आधार कार्ड बनवाने में साहस मिलेगा, खासकर उन व्यक्तियों को जिनकी उंगलियों में समस्या है या जो शारीरिक रूप से सक्षम नहीं हैं। इस से आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया और भी सरल हो जाएगी।
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